IIIT-भागलपुर और बीएयू (BAU) “e-Nirog” फसल रोग जांच ऐप विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे | IIIT-Bhagalpur and BAU Work Together on Developing the “e-Nirog” Crop Disease Detection App
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पौधे/फसल की बीमारियों का पता लगाने के पारंपरिक दृष्टिकोण के विपरीत, जिसमें पौधे के हिस्सों पर रोग के लक्षणों का भौतिक अवलोकन शामिल है, ई-निरोग(e-Nirog) ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI-Artificial Intelligence) का उपयोग करता है।
भागलपुर में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT-भागलपुर) और बिहार कृषि विश्वविद्यालय (BAU) ने कृषि रोगों और संबंधित समस्याओं का पता लगाने और समाधान खोजने के उद्देश्य से किसानों के लाभ के लिए एक अभिनव मोबाइल ऐप बनाने के लिए मिलकर काम किया। इसे ‘ई-निरोग(e-Nirog)‘ मोबाइल ऐप का नाम दिया गया है।
किसान अपने मोबाइल फोन पर ई-निरोग(e-Nirog) ऐप का उपयोग करके पौधे/फसल की बीमारियों का पता लगा सकते हैं और समाधान खोज सकते हैं। AI-संचालित सॉफ्टवेयर मिट्टी और फसल के स्वास्थ्य का पता लगा सकता है, साथ ही उर्वरक और पोषक तत्वों की सिफारिशें प्रदान कर सकता है, मौसम की निगरानी कर सकता है, और किसानों को बेहतर निर्णय लेने और अधिक कुशलता से खेती करने की अनुमति देता है।
IIIT-भागलपुर के निदेशक प्रोफेसर अरविंद चौबे ने कहा कि कृषि देश के विकास के साथ-साथ किसानों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
दूसरी ओर, फसल/पौधों के रोग पूरी फसल को बर्बाद कर सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप भोजन की कमी, भूख और अन्य कठिनाइयाँ हो सकती हैं। AI-संचालित ई-निरोग(e-Nirog) ऐप फसल/पौधों की बीमारी की पहचान में महत्वपूर्ण होने का वादा करता है।
प्रोफेसर चौबे ने कहा कि कृषि चुनौतियों की एक विस्तृत श्रृंखला को हल करने के लिए जलवायु-अनुकूल खेती योजना के हिस्से के रूप में BAU मानदंडों के अनुसार IIT-B द्वारा किसानों के लिए ऐप(App) की योजना बनाई गई।
प्रोफेसर चौबे ने ई-निरोग(e-Nirog) ऐप के बारे में विस्तार से बताया कि किसानों को अपने मोबाइल फोन पर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होगा और अपना विवरण दर्ज करना होगा, फिर अपने फोन के कैमरों का उपयोग करके तस्वीरें लें और परिणामों के लिए ऐप के माध्यम से फसल/पौधे और बीमारियों/समस्याओं का इनपुट विवरण लें।
IIIT-B के निदेशक के अनुसार, फसल/पौधे की बीमारी और इसके उपचार को व्हाट्सएप(Whatsapp) के माध्यम से किसानों तक जल्दी पहुंचाया जाएगा। BAU के वी.सी.डी.आर.सिंह ने कहा कि लोगों और मवेशियों को खिलाने के लिए कृषि महत्वपूर्ण है।
ई-निरोग ऐप फसल/पौधों की बीमारियों का तेजी से निदान करने और उनके उपचार का पता लगाने में सहायता करता है, जिससे बीमारियों को रोकने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उचित कीटनाशकों/रसायनों की अनुमति मिलती है, जिससे किसानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।